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छत्तीसगढ़: एक नजर

1. स्थापना -१ नवंबर २०००
2. राजधानी - रायपुर
3. उच्च न्यायालय - बिलासपुर
4. राजकीय पशु - वन भैंसा
5.राजकीय पक्षी -  मैना
6.क्षेत्रफल - १,३५,१९१ वर्ग किलोमीटर

जनगणना 2011 के अनन्तिम आंकड़ों के अनुसार देश की 01 मार्च, 2011 के 00.00 बजे कुल जनसंख्या 1,21,01,93,422 है, इसमें छत्तीसगढ़ राज्य की जनसंख्या 2,55,40,196 है। छत्तीसगढ़ राज्य में 1,28,27,915 पुरूष तथा 1,27,12,281 स्त्री है। यह देश की कुल जनसंख्या का 2.11 प्रतिषत है। जनसंख्या के आधार पर राज्य का देश में 16 वां स्थान है। ये अनन्तिम आंकड़े आज अपरान्ह यहां छत्तीसगढ़ की  निदेशक जनगणना श्रीमती रेणु पिल्ले द्वारा जारी किए गए। इन आंकड़ों के अनुसार छत्तीसगढ़ की कुल जनसंख्या में रायपुर जिले की जनसंख्या सबसे अधिक (40,62,160) है। नारायणपुर (1,40,206) सबसे कम जनसंख्या वाला जिला है।
        राज्य की दशकीय जनसंख्या वृध्दि (2001-2011) दर 22.59 प्रतिशत है तथा इस मामलें मे देश में छत्तीसगढ़ का 9 वां स्थान है। विगत जनगणना (18.27:) की तुलना में इस जनगणना में जनसंख्या वृध्दि दर 4.32 प्रतिशत अधिक है। 2001-2011 के दौरान कबीरधाम जिले में सबसे अधिक 40.66 प्रतिशत जनसंख्या वृध्दि दर तथा सबसे कम बीजापुर में 8.76 प्रतिशत दर्ज की गई है।
       जनगणना 2011 में देश का जनसंख्या घनत्व 382 व्यक्ति प्रति वर्ग कि.मी. है जबकि राज्य में यह 189 व्यक्ति प्रति वर्ग कि.मी. दर्ज किया गया है। पिछली जनगणना में यह घनत्व 154 व्यक्ति प्रति वर्ग कि.मी. था। जांजगीर-चांपा जिले में सबसे अधिक जनसंख्या घनत्व (421) दर्ज किया गया है। नारायणपुर (20) सबसे कम जनसंख्या घनत्व वाला जिला है।
       इस जनगणना में देषशका स्त्री-पुरूष अनुपात 940 है। राज्य में यह अनुपात 991 है जबकि जनगणना 2001 में यह अनुपात 989 था। जनगणना 2011 में इस मामले में राज्य का स्थान 5वां है। बस्तर, दक्षिण बस्तर दंतेवाड़ा, उत्तर बस्तर कांकेर, महासमुंद, राजनांदगांव, धमतरी तथा जशपुर जिलों में यह अनुपात 1000 से ज्यादा है। सबसे अधिक स्त्री-पुरूष अनुपात बस्तर (1024) में तथा सबसे कम कोरबा (971) तथा कोरिया (971) में दर्ज किया गया है।  
जनगणना 2011 में प्रदेश की 0-6 आयु समूह की जनसंख्या 35,84,028 है जो राज्य की कुल जनसंख्या का 14.03 प्रतिशत है। विगत जनगणना में यह प्रतिशत 17.06 था।  इस आयु समूह में सर्वाधिक प्रतिशत कबीरधाम जिले(17.12:) तथा सबसे कम धमतरी (12.58:) में दर्ज किया गया है।
      देष में 0-6 आयु समूह का स्त्री-पुरूष अनुपात 914 है जबकि राज्य में यह 964 है। विगत जनगणना की तुलना में राज्य के इस अनुपात में 11 अंकों की कमी हुई है। यह अनुपात कबीरधाम जिलें में बढ़ा है, तथा रायपुर एवं उत्तर बस्तर कांकेर में स्थिर रहा है।
      जनगणना 2011 में देष में साक्षरता दर 74.04 प्रतिशत और राज्य की साक्षरता दर 71.04 प्रतिशत है जबकि विगत जनगणना में राज्य की साक्षरता दर 64.66 प्रतिशत थी। इस जनगणना में साक्षरता के मामले में राज्य का देश में 27 वां स्थान है। दुर्ग (79.69:) राज्य का सर्वाधिक साक्षर जिला है जबकि सबसे कम साक्षरता बीजापुर (41.58:) में है। राज्य के 81.45 प्रतिशत पुरूष तथा 60.59 प्रतिशत स्त्री साक्षर है। 2001-2011 के दौरान राज्य के पुरूष साक्षरता दर में 4.08 प्रतिशत की वृध्दि हुई है जबकि स्त्री साक्षरता दर में इसकी दुगुनी वृध्दि (8.74:) दर्ज हुई। पुरूष साक्षरता में धमतरी (88.84:) का प्रथम स्थान है। बीजापुर (51.42:) में पुरूष साक्षरता सबसे कम है। स्त्री साक्षरता दुर्ग (70.51:) जिले में सबसे अधिक है।

मौसम - छत्तीसगढ़ की जलवायु मुख्यत: उष्णार्द्र तथा अधोआर्द्र प्रकार की है। सामान्यत: इसे उष्ण कटीबंधीय मानसून जलवायु कहा जाता है। समुद्र से दूर होने से छत्तीसगढ़ राज्य इसके समकारी प्रभाव से भी दूर है। यह राज्य कर्क रेखा पर स्थित होने के कारण एक गर्म राज्य है। राज्य में वर्ष का मई माह सर्वाधिक गर्म तथा दिसम्बर-जनवरी माह सर्वाधिक ठण्डे माह होते हैं। राज्य की वर्षा मानसूनी है। राज्य में ९४% वर्षा जून से अक्टूबर माह के मध्य होती है।.

स्थिति - छत्तीसगढ़ राज्य १७ ० उत्तरी अक्षांस से २३.७ ० उत्तरी अक्षांस तक एवं ८०.४३ पूर्वी देशांतर से ८३.३८ पूर्वी देशांतर में विस्तृत है। पंखे के आकार में फैला छत्तीसगढ़ का मैदान, रायपुर, दुर्ग, राजनांदगांव, बिलासपुर तथा रायगढ़ में विस्तृत है। इस राज्य को "महानदी कछार' भी कहा जाता है। यह सम्पूर्ण राज्य महानदी का प्रवाह क्षेत्र है। इसकी औसत ऊंचाई लगभग ३०० मीटर है. इस को "धान का कटोरा' कहा जाता है।.छत्तीसगढ़ की सीमाएं उत्तर में उत्तरप्रदेश, उत्तर पूर्व में झारखंड, पूर्व में ओड़ीसा, दक्षिण-पूर्व में आन्ध्रप्रदेश और दक्षिण में महाराष्ट्र एवं पश्चिम में मध्यप्रदेश से लगी हुई है।

प्रमुख नदियाँ -छत्तीसगढ़ की नदियां राज्य की जीवन-रेखा कही जाती है। इन नदियों के किनारे स्थित गांवों में राज्य की अधिकांश जनता निवास करती है। राज्य की प्रमुख नदी "महानदी' है और इसका उद्गम स्थल धमतरी जिले में सिहावा के पर्वत के निकट है तथा उसकी सहायक नदियां शिवनाथ, हसदेव, मांड, ईब, पैरी, जोक, केलो, उदंती एवं सरवा हैं। महानदी की कुल लम्बाई ८५० कि.मी. है और यह बंगाल की खाड़ी में जाकर मिलती है।.

खनिज संपदा - खनिज सम्पदा की दृष्टि से यह राज्य देश का एक अति महत्वपूर्ण प्रदेश है। बैलाडीला की वि विख्यात लौह अयस्क भण्डार राज्य की धराहर है। चूना-पत्थर, डोलोमाइट, कोयला तथा बॉक्साइट का राज्य में विशाल भण्डार है। देश का छत्तीसगढ़ राज्य ही एक मात्र ऐसा राज्य है जहां टीन-अयस्क उत्पादित होता है। बहुमूल्य स्वर्ण भी इस क्षेत्र में उपलब्ध है। राज्य में मूल्यवान हीरे की खोज से छत्तीसगढ़ का नाम न केवल देश के खनिज मानचित्र में बल्कि वि के खनिज मानचित्र में भी अंकित है। राज्य में कोरंडम, गारनेट, क्वार्ट्ज, सिलिकासेण्ड, क्वार्ट्जाइट, फ्लुओराइट, बेरिल, कायनाइट, एन्डाल्यूसाईट, सिलिमेनाइट, टाल्क, सोपस्टोन, स्पिएटाइट इत्यादि खनिज विभिन्न आयामों में  उपलब्ध है।
वन :
(अ) वन सम्पदा - वन सम्पदा की दृष्टि से छत्तीसगढ़ अन्य राज्यों की तुलना में एक सम्पन्न राज्य है। इस राज्य में ४५.०६% वनक्षेत्र है। राज्य के कुळ वन क्षेत्र में ३६% भू-भाग "साल' के वन है। राज्य के वनों में दूसरी स्थान "सागौन' का है। जो प्रमुखत: पश्चिमी एवं दक्षिणी क्षेत्र में स्थित है। इसके अतिरिक्त राज्य के वनों में बांस, साजा, सरई, बीजा आदि के वृक्ष भी बड़ी संख्या में पाये जाते हैं।
(ब) वन्य जीव - छत्तीसगढ़ राज्य में विभिन्न प्रकार के वन्य प्राणियों की प्रजातियां उपलब्ध है। एक ओर जहां मांसहारी खूंखार पशु जैसे बाघ एवं तेन्दुआ प्रचुर मात्रा में पाये जाते हैं, वहीं शाकाहारी पशु जैसे वन-भैंसा, गौर, चीतल, सांभर आदि भी बहुतायत में है। हाथी इस प्रदेश के जशपुर, रायगढ़ एवं सरगुजा जिलों में पाये जाते हैं।

जिले - कवर्धा, कांकेर, कोरबा,कोरिया,जशपुर, जांजगीर‍ चाम्पा, दंतेवाड़ा, दुर्ग, धमतरी, बिलासपुर, बस्तर, महासमुंद, राजनांदगाँव, रायगढ़, रायपुर, सरगुजा एवं सुकमा, कोंडागांव, गरियाबंद, बलौदाबाजार, बालोद, बेमेतरा, मुंगेली, सूरजपुर और बलरामपुर नवीन जिले हैं.