ब्लॉगर्स की कविताओं का पॉडकास्ट सीजी रेडियो पर
संध्या शर्मा की कविताएं ललित शर्मा के स्वर में
कविता1 जीवन एक किताब,कविता 2 नित जोत से जलती हूं,कविता 3 आखिरी वक्त,कविता 4 रफता रफता
link : sandhya sharma
शुभ्रा ठाकुर की कविता 'मौन' स्वयं के स्वर में
link : shubhra thakur
9 comments:
संध्या शर्मा जी को पढ़ा नहीं,लेकिन सुन लिया , बहुत अच्छा लगा...पर ललित जी द्वारा कविताओं के शीर्षक नहीं पढ़े गये...कविता वाचन के बाद अचानक कविता गायन थोड़ा अटपटा लगा.....
शुभ्रा जी और संज्ञा जी का अनुभव साफ़ झलकता है ...बहुत अच्छा लगा सुनना फ़िर से ...संज्ञा जी भी अगर कवि का नाम ले लेती तो और अच्छा होता ...
Archana ji - मै तो अनुभवहीन केजी क्लास का स्टुडेंट हूँ और संज्ञा जी अनुभवी पीएचडी। उत्साहवर्धन के लिए आभार
सीजी रेडियो की पूरी टीम का बहुत - बहुत शुक्रिया .....विशेष रूप से ललित जी का आभार हमारी रचनाओं को आवाज़ देने के लिए... नव वर्ष का अनमोल उपहार है, यह हमारे लिए... :)
शुभी जी की कविता उनकी आवाज़ में और जय सिंह 'गगन'जी की कविता संज्ञा टंडनजी के स्वर में बहुत अच्छी लगी.
कुछ पढे कुछ अनपढे ..
बहुत सारी कविताएं सुनने को मिली !!
धन्यवाद अर्चना जी, अभी तो इस फील्ड में हम भी नये हैं, इस तरह आप लोग हमें गलतियां बताएंगे तभी तो सुधार संभव है. अगली बार से शीर्षक और कवि का नाम जरूर पढा जायेगा।
वाह ! ललित जी को सुनकर भी मजा आ गया!
ललित जी को पहली बार सुना .
बहुत अच्छी श्रवणीय प्रस्तुति.आभार.
शब्द हीन हूँ दीदी........शायद यह बड़ी बहन द्वारा अपने छोटे भाई को नव वर्ष पर दिया गया सबसे हसीन तोहफा है ...........आजीवन स्मृति पटल पर कायम रहेगा.........तह-ए-दिल से शुक्रिया .
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