ग्लोबल होती जा रही है दुनिया में हर एक चीज़। पत्रों की जगह टेलीफोन ने ले ली थी, टेलीफोन के बाद मोबाइल फोन आए कुछ और सुविधा युक्त। जिनमें एसएमएस के ज़रिये फोन पर व्यक्ति की उपलब्धता न होने पर भी संदेश पहुंचना शरू हो गए यानि पुराने समय के साथ तार या टेलिग्राम का ज़माना भी ख़त्म सा होने लगा। और कंप्यूटर के साथ इंटरनेट ने तो सारी सुविधाओं को एक साथ मुहैया कराने का जैसे जिम्मा ही ले लिया। लेखनी, चित्र, आवाज़, वीडियो सब कुछ मिनटों में दुनिया के एक कोने से दूसरे कोने में फौरन उपलब्ध कराने का ज़रिया।
दुनिया भर में इस अजूबे के साथ अनेकानेक लगातार होते प्रयोग हर दिन कुछ न कुछ नया देते जा रहे हैं। 70 साल पार कर चुके बुजुर्ग शायद बचपन में कहानियों और कल्पनाओं में जो कुछ सुनते थे या सोचते थे आज साकार रूप् में देखकर हतप्रभ से हैं। उस वक्त उनके लिये मनोरंजन का एकमात्र सहारा रेडियो हुआ करता था जिसे भी वे सहेजकर बड़ी किफायत से इस्तेमाल किया करते थे।
रेडियो के भी अनेकानेक रूप बदले, सीलोन और विविध भारती, आकाशवाणी के राष्ट्रीय व स्थानीय प्रसारण, कम्युनिटी रेडियो मनोरंजन के साथ ज्ञान और शिक्षा के साथी बने। बिनाका गीतमाला जैसे लोकप्रिय कार्यक्रमों ने रिकॉर्ड्स तोड़ डाले। मीडियम वेव, शॉर्टवेव के केन्द्रों का अस्पष्ट सा प्रसारण दूर के श्रोताओं के मन में कुछ नया सुनने की चाहत के साथ विरक्ति भी पैदा करने लगा व विकल्प भी ढूंढने लगा।
एक बार फिर ज़माना बदला, एफ.एम.स्टेशन्स का नया स्वरूप, साफ स्पष्ट आवाज़, एंकरों का नया अंदाज़, 24 घंटे मनोरंजन का अनवरत सिलसिला। लेकिन एक लोकप्रिय स्टेशन के श्रोता सिर्फ 100 किमी दायरे के ही हो सकते हैं। अलग अलग लोकप्रियता और उपलब्धता छोटे छोटे दायरों में बंट कर रह गई और अब इंटरनेट रेडियो ने ये सीमा तोड़ने का भी निर्णय ले लिया है। दुनिया भर में अनेक इंटरनेट रेडियो सफलतापूर्वक चल रहे हैं जिनमें गीतों और मनोरंजन का सिला काफी मात्रा में होता है।
छत्तीसगढ़ का अपना इंटरनेट रेडियो बनाने की कल्पना ब्लॉगर ललित शर्मा के मन में कई बरसों से बसी थी। गत मई में मेरी उनसे मुलाकात होने पर योजना पर काम प्रारंभ हुआ, लोग मिलते गए, उनकी कल्पना औरों के मन में भी बसती चली गई और वो कल्पना योजना में तब्दील होने लगी और आज वो शभअवसर आ ही गया जब उस कल्पना के साकार होने का दिन है। सीजीरेडियो ने मूर्त रूप ले लिया। जहाँ पर भी इन्टरनेट कनेक्टिविटी है, वहां तक सीजी रेडियो का प्रसारण सुना जा सकता है।
संज्ञा टंडन
और अब सुनिये हमारी आरंभिक पोस्ट.... मुबारक हो आप सबको आज का ये दिन....
संज्ञा टंडन
और अब सुनिये हमारी आरंभिक पोस्ट.... मुबारक हो आप सबको आज का ये दिन....
40 comments:
बहुत दिनों से इंतज़ार था इस पल का। इस अच्छी और सुरुचिपूर्ण शुरुवात के लिए आप "संज्ञा जी", "ललित शर्माजी" और आपके सभी सहयोगी बधाई के पत्र हैं। अभी अभी आपकी पहली पोस्ट सुनी-स्पष्ट आवाज़ और अच्छी स्क्रिप्ट दोनों ही बेहतरीन हैं। एक बार फिर धन्यवाद और बधाई। अगली पोस्ट का इंतज़ार रहेगा। कृपया ये भी बताएं की क्या आप श्रोताओं की रचनाएं भी अपने इस प्रोग्राम में शामिल करेंगी।
आर.एन.शर्मा, मुंबई।
वाह! आनंद आ गया अपना रेडियो देखकर..सुनकर।
धन्यवाद शर्मा जी आपके द्वारा किये गये उत्साहवर्धन का..जी हां हम श्रोताओं की अच्छी रचनाओं का भी प्रसारण करेंगे.
गजब सुघ्घर....गाड़ा गाड़ा बधाई।
बहुत ख़ुशी का दिन है आज. इस खूबसूरत शुभारम्भ के लिए संज्ञा जी , ललित शर्माजी और आपके सभी सहयोगियों को हार्दिक बधाई और ढेरों शुभकामनायें. पहली पोस्ट सुनी बहुत अच्छा लगा सुनकर. सचमुच सबकुछ मिलेगा यहाँ जो हम सुनना चाहते हैं. अगली पोस्ट का इंतज़ार है...
"ऐसी उड़ान भरो छू लो गगन सारा..........
हमारी सारी दुआएं आपके साथ हैं...."
बहुत सुंदर.... और एंकर का अंदाजे बयां तो अद्भुद है :) कृपया डैशबोर्ड की सेटिंग मे जा कर शब्द वेरिफिकेशन हटा दें॥
Congratulations.......
गजब .. बहुत अच्छा लगा ..
badhai
बधाई और धन्यवाद
बधाई हो....बधाई हो। मज़ा आ गया सुन कर। संज्ञा और ललित की यह पहल दुनिया भर में लोकप्रिय होगी, हार्दिक शुभकामनाये। छत्तीसगढ़ से ये गौरवशाली अध्याय शुरू हुआ है।
शुभकामनाये और बधाई स्वीकार करे.,
कुँवर जी,
हार्दिक बधाई
बहुत बहुत बधाई और दिल से शुभकामनाएँ
*****
जीभ
महत्वपूर्ण हो गई
चलती ही रहती है
सबकी
कान ने
काम करना बंद कर दिया है
हड्डियों तक
सिर्फ ठण्ड पहुचाते है
कान
दिल दिमाग तक के
रस्ते में
हाफाने लगता है
शोर से
मीठास की
आक्सिज़न नहीं ले पाता
भावनाओ के स्वर खोने लगे है
ट्वीटर के पंखो पर
फेसबुक की दीवारों पर
इन्टरनेट के कचरे के बीच
पुराना पोस्ट कार्ड
फिर देखा आज
तीन बाई पांच
साइज़ में छोटा
पर भावनाओ के सम्प्रेषण में अव्वल सा
पोस्ट पोस्ट के इस खेल में
पोस्ट कार्ड सा स्वर
सी जी रेडिओ का स्वर
ये रेडियो की दुनिया में एक क्रांतिकारी परिवर्तन है. नए उद्घोषकों को स्क्रिप्ट कैसी पढ़ी जाती है ये सिखने में मदद मिलेगी.
आपका तहे दिल से शुक्रिया.
बहुत ही बढ़िया। गाड़ा-गाड़ा बधाई। शुभकामनाएं
हार्दिक शुभ कामनाएँ!
सादर
बहुत बहुत बधाई ललित जी संज्ञा जी ....
आवाज़ अभी सुनी नहीं फिर आती हूँ ......
बहुत ही बढ़िया। बधाई। शुभकामनाएं!
वाह वाह क्या बात है
हार्दिक शुभकामनाएं.
बहुत सुन्दर प्रस्तुति......शुभकामनाएँ ...
वाह जी बल्ले बल्ले
पर इसपर कार्टून कैसे दिखाओगे :)
बहुत-बहुत बधाई!
wah......bahut bahut shubhkamnayen...sab ko..... :)
आज का पहला प्रोग्राम सुनकर अभिभूत हूँ और खुश हूँ कि सीजी रेडियो का डोमेन बुक कराने का छोटा सा कार्य कर इसकी शरुआत से मैं भी जुड़ गया :)
मुबारक, मुबारक, मुबारक
सीजी रेडियो के पहिली पोस्ट बर ललित भाइ अउ संज्ञा जी ला गँज अकन बधई. क्वालिटी घलोक मस्त हे.
बेहतरीन आँर साफ आवाज ! बहुत बहुत बधाई ।
बधाई सिंह सा
आपको और संज्ञा जी को आन लाइन रेडियो प्रारंभ करने के लिए बहुत बहुत धन्यवाद !
Congrats !! Sangya ji for your new endeavor. I definitely want to make the programs musical through my Harmonica... That would be my contribution towards your initiative... I have to appreciate that you got a lovely voice... and my HINDI is going to improve a lot. From next time I will post in Hindi... Good luck !! Regards, Avinesh
ऑनलाइन रेडियो प्रारम्भ करने के लिए हार्दिक बधाई |
आशा
बहुत बढ़िया ......
इस खूबसूरत शुभारम्भ के लिए संज्ञा जी , ललित शर्माजी और आपके सभी सहयोगियों को हार्दिक बधाई और ढेरों शुभकामनायें.सुनकर आनन्द आ गया ।
badhaai va shubhakaamanaayen ...
वाह वाह! क्या बात है,हार्दिक शुभकामनाएं
wah wah .....shubhakamnaye
कल से बार बार आ रहें अगला प्रोग्राम सुनने के लिए !!
सी जी रेडिओ के शुभारम्भ पर सभी मित्रों को हार्दिक शुभकामनाएं, यह रेडिओ मील का पत्थर साबित होगा। पुनश्च बधाई।
Post a Comment