सीजी रेडियो पर सुनिए राजस्थान के प्रसिद्ध लेखक "तन सिंह जी" की रचना "बैरागी चित्तौड़"। इसका धारावाहिक प्रसारण किया जा रहा है, इसे स्वर दिया है संज्ञा टंडन जी ने।
..बैरागी चित्तोड़ एक कालजयी रचना है ...ह्यदय कि तीक्षणता को लेखनी के रूप में उतार दिया पूज्य तन सिंह जी ने ....चित्तोड़ के पत्थर पुनः जीवित हो उठे ....आपके इस प्रयास के लिए आपका आभार .
जानिए क्या होता है बस्तर का लांदा और सल्फ़ी
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जब भी बस्तर जाना होता है तब बस्तरिया खाना, पेय पदार्थ का स्वाद लेने का मन
हो ही जाता है, चाहे, लांदा हो, सल्फ़ी हो या छिंदरस। बस्तर की संस्कृति पहचान
ही अलग...
पर्यटन का सिरमौर बनने अग्रसर छत्तीसगढ़
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छत्तीसगढ़ राज्य के निर्माण के डेढ दशक बाद के बदलाव स्पष्ट दिखाई देते हैं।
राज्य ने लगभग सभी क्षेत्रों में विकास के नए आयामों को छुआ है। सड़क,
बिजली-पानी, शिक...
रामपुर गांव
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नदियों में नाथ
शिवनाथ नदी के तीर बसा हुआ
सूंदर सा गाँव रामपुर,
जहाँ पीपल की छांव,
मांझी की नाव,
नदी तट पर जलक्रीड़ा करती सोन मछरिया,
सुंदर साधारण घर-दुवरिया,...
झूलती मीनार और अलबेला खत्री की डुबकी
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प्रारंभ से पढें
अगली सुबह अलबेला खत्री जी से बात हुई तो उन्होने बताया कि वे एक दिन पहले
अहमदाबाद में ही थे। फ़िर उन्होने कहा कि अगले दिन मैं सुबह की गाड़ी ...
4 comments:
Badhai.
स्व.तनसिंह जी की लेखनी को शब्द देने के लिए संज्ञा टंडन जी का हार्दिक आभार
..बैरागी चित्तोड़ एक कालजयी रचना है ...ह्यदय कि तीक्षणता को लेखनी के रूप में उतार दिया पूज्य तन सिंह जी ने ....चित्तोड़ के पत्थर पुनः जीवित हो उठे ....आपके इस प्रयास के लिए आपका आभार .
बहुत खुबसूरत लेखनी को मिले अनुठे स्वर
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