जानिए क्या होता है बस्तर का लांदा और सल्फ़ी
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जब भी बस्तर जाना होता है तब बस्तरिया खाना, पेय पदार्थ का स्वाद लेने का मन
हो ही जाता है, चाहे, लांदा हो, सल्फ़ी हो या छिंदरस। बस्तर की संस्कृति पहचान
ही अलग...
पर्यटन का सिरमौर बनने अग्रसर छत्तीसगढ़
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छत्तीसगढ़ राज्य के निर्माण के डेढ दशक बाद के बदलाव स्पष्ट दिखाई देते हैं।
राज्य ने लगभग सभी क्षेत्रों में विकास के नए आयामों को छुआ है। सड़क,
बिजली-पानी, शिक...
रामपुर गांव
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नदियों में नाथ
शिवनाथ नदी के तीर बसा हुआ
सूंदर सा गाँव रामपुर,
जहाँ पीपल की छांव,
मांझी की नाव,
नदी तट पर जलक्रीड़ा करती सोन मछरिया,
सुंदर साधारण घर-दुवरिया,...
झूलती मीनार और अलबेला खत्री की डुबकी
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प्रारंभ से पढें
अगली सुबह अलबेला खत्री जी से बात हुई तो उन्होने बताया कि वे एक दिन पहले
अहमदाबाद में ही थे। फ़िर उन्होने कहा कि अगले दिन मैं सुबह की गाड़ी ...
6 comments:
श्रद्धांजलि .....
हमेशा याद आएगी इनकी सुमधुर सुरीली आवाज़...भावपूर्ण श्रद्धांजलि
बहुत सुन्दर गीतों भरी यादें ...
कभी आर कभी पार लागा तीरे नजर, बचपन से यह गीत सुनते आ रहे थे जो अभी तक चल रहा है।
विनम्र श्रद्धांजलि उन्हें।
Awaz, ab unki awaz hamesha rahegi.
, shamshad ji k geet, jo aaj remix album me sune jate hain, jab bhi sunai denge shamshad ji ki yaad aa hi jayegi,
SHRADHANJALI TO GREAT LADY...ALONG WITH GEETA DUTTA SHE WILL BE REMEMBERED ALWAYS...NAMAN...
अनमोल जानकारी
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